महाकवि पिंटा/ प्रचण्‍ड प्रवीर

 ना ना ना। कोई महत्त्वाकांक्षा नहीं थी। कोई पुरस्कार की होड़ नहीं थी। ये कहानी है महाकवि पिंटा की, जो जम्मू में मामूली ट्रक चलाया करता था और देखते ही देखते बड़ा साहित्यकार और स्टार बन गया। बात उन दिनों से शुरू करते हैं जब महाकवि पिंटा का ड्राइविंग लाइसेंस पुराना पड़ गया था और … Continue reading महाकवि पिंटा/ प्रचण्‍ड प्रवीर