आतो रीनी कास्तिलो : अनुवाद एवं प्रस्तुति -यादवेन्द्र
आतो रीनी कास्तिलो(1934 -1967) दक्षिण अमेरिका के देश गुआटेमाला के महत्वपूर्ण क्रांतिकारी और कवि हैं. अपने स्कूली जीवन में ही राजनीति में उनकी गहरी रूचि
आतो रीनी कास्तिलो(1934 -1967) दक्षिण अमेरिका के देश गुआटेमाला के महत्वपूर्ण क्रांतिकारी और कवि हैं. अपने स्कूली जीवन में ही राजनीति में उनकी गहरी रूचि
तुम्हें भूल जाना होगा समुद्र की मित्रता और जाड़े के दिनों को जिन्हें छल्ले की तरह अँगुली में पहनकर तुमने हवा और आकाश में उछाला
दस साल संसद चलती रही दस सालदस साल चलती रही विधानसभाकंपनियों ने नए किस्म के पिज्जे तैयार कियेपेप्सी और कोक ने मरोड़ दी गर्दनआये नए
अपने शीर्षकों में ही अनोखी नज़र आने वाली इन कविताओं का चयन, अनुवाद और प्रस्तुति यादवेन्द्र की है। 1 +1 =1 स्त्री के पास नहीं
( इरोम शर्मिला…यानि ग्यारह साल से एक काले क़ानून के ख़िलाफ़ अनशन पर बैठी आयरन लेडी…यानि अण्णा हजारे के बरक्स गांधीवाद का एक और आख्यान
अपने तखल्लुस अडुनिस (मूल नाम: अली अहमद सईद असबार) से पूरी दुनिया में जाने जाते कवि आधुनिक अरबी कविता के शिखर पुरुष माने जाते हैं