कविता वीरेन्द्र दुबे की कविताऍं वीरेन्द्र दुबे देश के जाने माने बालशिक्षा विशेषज्ञों में हैं। इस क्षेत्र में उनकी उम्र गुज़री है। मध्य प्रदेश से उत्तराखंड तक विस्तृत उनके कार्यक्षेत्र Read More » September 25, 2022
आलोचना / समीक्षा गहन निराशा भी ताकतवर होती है – कुमार अम्बुज के संग्रह ‘उपशीर्षक’ पर दयाशंकर शरण गहन निराशा भी ताकतवर होती है सभ्यता के इस दौर Read More » September 21, 2022
कविता एडम ज़गायेव्स्की की तीन कविताऍं : अंग्रेज़ी से अनुवाद – अंजलि नैलवाल एक पियानोवादक की मृत्यु दूसरे जब जंग छेड़ रहे थे अथवा कर रहे थे अनुनय अमनके लिये, या जब पड़े Read More » September 18, 2022
जब भी कोई स्थायी पता पूछता है, मैं मुस्कुरा देता हूं- ललन चतुर्वेदी की कविताएँ कविता लेखन पर निजी जीवन और अनुभवों का विशेष प्रभाव होता है, जब यही अनुभव लोक मानस से जुड़ जाते हैं, तब Read More » September 11, 2022
होने और न होने की बहसों के बीच मैं ईश्वर की तलाश में हूँ- अशोक कुमार की कविताएं अशोक कुमार की कविताओं में लोक का ठेठपन, उसकी पीड़ा, उसकी चुनौतियाँ, उसके निश्चल स्वप्न , समाज का खोखलापन और जन्मभूमि से प्रवासित होने Read More » September 4, 2022