अनुनाद

कवि चंद्रकांत देवताले की दो चित्रकृतियाँ

आज का दिन बहुत घटनाप्रधान है ! अभी मुझे आसमान से टपकी हुयी किसी अनमोल सौगात जैसी कवि चंद्रकांत देवताले की दो चित्रकृतियाँ मिली हैं …. अधिक कुछ न कहते हुए आपके लिए भी तुरत हाज़िर है ये सौगात ! देवताले जी ने पहली बार चित्र बनाए हों, ऐसा नहीं है ! उनके बनाए चौंसठ चित्रों की प्रदर्शनी भी एक बार बहुत पहले लग चुकी है! ये चित्र उनका अभी का काम हैं। उन्हें बेहद प्रतिकूल जीवन स्थितियों में भी इस तरह रचनारत देखना सुखद भी है और प्रेरक भी !
पहला चित्र

दूसरा चित्र

0 thoughts on “कवि चंद्रकांत देवताले की दो चित्रकृतियाँ”

  1. पहली पेंटिंग दिलचस्प है। ये पेंटिंग्स मैं कुछ दिनों पहले युवा कवि बहादुर पटेल के ब्लॉग पर देख चुका हूं लेकिन यहां ये ज्यादा बेहतर ढंग से लगाई गई हैं।

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