गाज़ा में कविता है लापता : बफ़ व्हिटमन-ब्रॅडली
गाज़ा में कविता है लापता गाज़ा में कविता है लापता हालाँकि उसके देखे जाने की छुटपुट और अपुष्ट सूचनाएं हैं एक कहता है कि उसे
गाज़ा में कविता है लापता गाज़ा में कविता है लापता हालाँकि उसके देखे जाने की छुटपुट और अपुष्ट सूचनाएं हैं एक कहता है कि उसे
अनुनाद के भले दिन लगे हैं। मनोज के बाद अब हमें गिरिराज की कविताएँ मिली हैं। एक आम शिकायत है कि गिरि की कविताओं में
मुझे बस उत्सव में शामिल कर लो तस्वीर और वक्तव्य प्रतिलिपि से साभार बाँसक ओधि उखाड़ि करै छी जारनि हमर दिन नहि घुरतकि हे जगतारिनि
साक्ष्य (विटनेस) की कविता पाठक को रूबरू कराती है उसकी व्याख्या से जुड़ी एक दिलचस्प समस्या से. हम अभ्यस्त हैं अपेक्षाकृत सरल श्रेणियों के: फ़र्क
यह नौजवान साथी प्रगतिशील हिंदी कविता की परंपरा से जीवनद्रव खींचता हुआ हमारे समय की कविता लिख रहा है। बिहार की धरती नागार्जुन, अरुण कमल
अब्बास कैरोस्तामी की ही एक और फिल्म है विंड विल कैरी अस, जो आधुनिक फारसी कविता की बेहद महत्वपूर्ण स्तम्भ फ़रोग फ़रोख्जाद की इसी शीर्षक
अब्बास कैरोस्तोमी आधुनिक ईरानी सिनेमा के शिखर पुरुष माने जाते हैं,इतना ही नहीं सिनेमा विशेषज्ञ उन्हें आज दुनिया के दस सर्व श्रेष्ठ फिल्म निर्देशकों में
वे दुखों में लिथड़ी हैंऔर प्रेम में पगीदिन-दिन भर खटीं किसी निरर्थक जांगर मेंबिना किसी प्रतिदान केरात-रात भर जगीं उनके बीच जाते हुएडर लगता हैउनके
दुखांत मेरे लिए दुखांत नाटक का सबसे मार्मिक हिस्साइसका छठा अंक है जब मंच के रणक्षेत्र में मुर्दे उठ खड़े होते हैं अपने बालों का
कविता की किताबकल की सुबह के बारे में कल वाले कल के पहले वाले कल ही सोच लिया जाना चाहिए यह सोचते हुए कल सोचा