अनुनाद

अनुनाद

All Blogs

रीता पेत्रो की कविताएँ – अनुवाद एवं प्रस्तुति यादवेन्द्र

१९६२ में अल्बानिया की राजधानी तिराना में जनमी रीता पेत्रो स्टालिन कालीन साम्यवादी पाबंदियों से मुक्त हुए अल्बानिया की नयी पीढ़ी की एक सशक्त कवियित्री

Read More »

हमीं हम हमीं हम -मनमोहन

हमीं हम हमीं हम रहेंगे जहाँ में हमीं हम हमीं हम ज़मीं आसमाँ में हमीं हम हमीं हम नफीरी ये बाजे नगाड़े ये तासे कि

Read More »

एक छूटा हुआ मकान – विजय कुमार

अग्रज कवि विजय कुमार का नाम समकालीन कविता और कवितालोचना में एक विशिष्ट, महत्वपूर्ण और ज़रूरी नाम है। विजय कुमार जी ने अपने सतत् अनुवादकर्म

Read More »

ख़ुद को परिभाषित करती स्त्री : कुछ बिम्ब / ईरानी कविता

ईरान की आधुनिक कविता ख़ुद को परिभाषित करती स्त्री : कुछ बिम्ब ईरान की युवा कवियत्रियों को मैं यहाँ पहले भी प्रस्तुत कर चुका हूँ.इस

Read More »

व्योमेश शुक्ल की एक कविता

राजदूत थकी हुई और चुप उपेक्षा के बरामदे में वह खड़ी हैअपने रोज़ मद्धिम होते कालेपन मेंजैसे कहती हुई बहुत साथ दिया तुम्हारा अब बसमुझे

Read More »

कुमार अनुपम की दो कविताएँ

7 मई, 1979 को (बलरामपुर, उ.प्र.) में। शिक्षा : बी.एस.सी., एम.ए.(हिन्दी), डी.एम.एल.टी. प्रशिक्षण। युवा कवि, चित्रकार, कला समीक्षक; लोक विधाओं में विशेष रुचि। तद्भव, नया

Read More »

सुषमा नैथानी की कविताएँ

आत्मपरिचय पता नहीं ये परिचय भी कितना परिचय है, पर कम से कम इसकी तथ्यपरक शिनाख्त हो सकती है। मूलत: उत्तराखंड से. स्नातक (B. Sc.)

Read More »
error: Content is protected !!
Scroll to Top