अमित श्रीवास्तव की कविता
आंख के बेहद ज़रूरी अन्दरूनी हिस्से मेये एक शहर हैजो कभी कभी एक दर्द भी हैरीढ़ का..यहांभयानक काले दिन के बादएक हिचकी के साथ खूब
आंख के बेहद ज़रूरी अन्दरूनी हिस्से मेये एक शहर हैजो कभी कभी एक दर्द भी हैरीढ़ का..यहांभयानक काले दिन के बादएक हिचकी के साथ खूब
एक क़स्बे मेंबिग बाज़ार की भव्यतम उपस्थिति के बावजूद वह अब तक बची आटे की एक चक्की चलाता हैबारह सौ रुपए तनख्वाह पर लगातार उड़ते
पंडिज्जी ने कहा तो कहा मगर रहने दो इस खेत को पूजापाठ की सूई निकाल नहीं पाती कलेजे का हर कांटा बाढ़ में बह तो
चन्द्रकांत देवताले की कविता माँ के लिए संभव नहीं होगी मुझसे कविता अमर चींटियों का एक दस्ता मेरे मस्तिष्क में रेंगता रहता है माँ वहाँ
इंडोनेशिया की नयी पीढ़ी के सबसे चर्चित कवियों में शुमार किये जाते हैं एगुस सर्जोनो.देश की सांस्कृतिक हलचलों के केंद्र बांडुंग नगर में 1962 में
आतो रीनी कास्तिलो(1934 -1967) दक्षिण अमेरिका के देश गुआटेमाला के महत्वपूर्ण क्रांतिकारी और कवि हैं. अपने स्कूली जीवन में ही राजनीति में उनकी गहरी रूचि
तुम्हें भूल जाना होगा समुद्र की मित्रता और जाड़े के दिनों को जिन्हें छल्ले की तरह अँगुली में पहनकर तुमने हवा और आकाश में उछाला
दस साल संसद चलती रही दस सालदस साल चलती रही विधानसभाकंपनियों ने नए किस्म के पिज्जे तैयार कियेपेप्सी और कोक ने मरोड़ दी गर्दनआये नए
अपने शीर्षकों में ही अनोखी नज़र आने वाली इन कविताओं का चयन, अनुवाद और प्रस्तुति यादवेन्द्र की है। 1 +1 =1 स्त्री के पास नहीं
( इरोम शर्मिला…यानि ग्यारह साल से एक काले क़ानून के ख़िलाफ़ अनशन पर बैठी आयरन लेडी…यानि अण्णा हजारे के बरक्स गांधीवाद का एक और आख्यान