“गर्भपात” पर ग्वेंडोलिन ब्रुक्स और सीमा शफ़क की कविताएँ
अनुवाद और प्रस्तुति – यादवेन्द्र साल के पहले दिन ग्वेंडोलिन ब्रुक्स की एक कविता लगायी थी —उसी समय मैंने मित्रों से वायदा किया था की
अनुवाद और प्रस्तुति – यादवेन्द्र साल के पहले दिन ग्वेंडोलिन ब्रुक्स की एक कविता लगायी थी —उसी समय मैंने मित्रों से वायदा किया था की
पिछले दो सालों में अशोक कुमार पांडे की कविता ने मुझे लगातार आकर्षित किया है। उनके पास मुझे ख़ास तरह की इच्छाशक्ति दिखाई दी है,
अमित की इस कविता को मैंने तीन विशेषण समझ बूझ कर दिए. दरअसल मैं इस कविता पर एक लम्बी टिप्पणी भी देना चाहता था पर
एक प्रिज़्म, लड़ाइयों से तर यह अध्याय है विध्वंस का यह हमारा नखलिस्तान है है एक कोण जहाँ लड़ाइयाँ आपस में मिलती हैंज़ालिम इकट्ठा होते
अनुवाद तथा प्रस्तुति : यादवेन्द्र ग्वेंडोलिन ब्रुक्स (जून १९१७-दिसम्बर २०००)अमेरिका कि सर्वाधिक चर्चित और प्रतिष्ठित अश्वेत कवियों में एक — बचपन शिकागो में बीता.पड़ोस में
बोस्निया के युद्ध की विभीषिका झेल चुके मारियो सुसको सरायेवो के रहने वाले हैं. 1993 में सरायेवो छोड़ कर अमेरिका में बस गए सुसको के
१९४८ में टी एस इलियट ने नोबेल पुरस्कार लेते हुए जो वक्तव्य दिया था, उसके एक महत्त्वपूर्ण अंश का अनुवाद हमारे लिये किया है रंगनाथ
राजेंद्र बिना शीर्षक की कविताएँ लिखते हैं, जिनमें एक प्रबल भावावेग निरन्तर जारी रहता है। लगता है कि ये सभी कविताएँ एक किसी बहुत लम्बी
यह लेख जैसा कुछ समयांतर(जून 2008) में छपा हिंदी में भुला देने या उपेक्षा की हिंसक साहित्यिक राजनीति के शिकार हो जाने वाले बड़े कवियों
अमेरिका के छोटे से गणराज्य होंदुरास को दुनिया ने जाना वहां जून में हुए दक्षिणपंथी तख्ता-पलट के बाद। कवि-लेखक-संपादक रॉबर्टो सोसा मध्य अमेरिका के साहित्य