अनुनाद

आलोचना / समीक्षा

माधवी : पौराणिक कथा के बहाने स्त्री देह पर सत्ता और ताकत की राजनीति का भंडाफोड़ – सुजाता

भीष्म साहनी के नाटकों में शायद “माधवी” ही है जिसकी चर्चा सबसे कम हुई है बावजूद इसके कि वह पौराणिक कथा

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कविता की उम्मीदों का लालिमा भरा चेहरा – अनिल कार्की के कविता संग्रह ‘उदास बखतों का रमोलिया’ पर महेश चंद्र पुनेठा का लेख

अनिल कार्की संभावनाओं का एक नाम है और महेश पुनेठा सुपरिचित कवि-समीक्षक। महेश पुनेठा का अनिल के संग्रह पर लिखना सुखद

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अवरोह / विजेताओं से भरे इस विश्व में, प्रेम एक पराजय का नाम है – सुबोध शुक्ल : प्रस्तुति – आशीष मिश्र

आशीष मिश्र की ओर से मुझे यह सुखद संचयन प्राप्त हुआ। इसे भेजते हुए आशीष ने लिखा है –”मैंने सुबोध जी

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