हरेप्रकाश उपाध्याय की सात कविताएं
हरेप्रकाश उपाध्याय की कविताओं का इंतज़ार, अनुनाद के लिए बहुत पुराना इंतज़ार था। अब जाके पूरा हुआ। कठिन प्रखर प्रतिभा, सख़्त
हरेप्रकाश उपाध्याय की कविताओं का इंतज़ार, अनुनाद के लिए बहुत पुराना इंतज़ार था। अब जाके पूरा हुआ। कठिन प्रखर प्रतिभा, सख़्त
सुपरिचित कथाकार-कवि वंदना शुक्ल इस बार अनुनाद के लिए संगीत का अनुपम उपहार लायीं तो लगा किसी अमर प्रतीक्षा का सुफल
अरुण श्री की कविताएं संभवत: मैंने पहली बार असुविधा ब्लाग पर पढ़ी और वे मुझे लगा कि इधर फेसबुक पर तैयार
शैलजा पाठक की ये कविताएं मेल में मिलीं। इन्हें पढ़ना शुरू किया तो लगा एक अनगढ़ वृत्तान्त के कई सिरे खुलते
कमल जीत चौधरी हिंदी की युवतर कविता में अब एक ख़ूब जाना-पहचाना नाम है। हिंदी की बड़ी पत्रिकाओं ने ख़ुद को
अशोक का दूसरा संकलन अभी आया ही है कि उसकी इधर की कविताओं के शिल्प में फिर एक नई तोड़-फोड़ दिखाई
सुपरिचित युवा कवि-कथाकार विमलेश इन दिनों प्रेम कविताओं के संग्रह की तैयारी में हैं। ये कविताएं उसी संग्रह की पांडुलिपि से।
इनमें से कुछ कविताएं छपी, कुछ अनछपी हैं। कई बार अपनी कविताएं खो चुका हूं सो साल में एक बार अनुनाद
मैं कविता में मनुष्यता के लम्बे आख्यानों का बहुत सम्मान करता हूं। साथी कवि महेश पुनेठा ने यह लम्बी कविता पढ़ने
अमित श्रीवास्तव की यह कविता स्थान विशेष तक सिमट कर नहीं रह जाती, अपनी वैचारिक क्षमता और घुप्प अंधेरे बिम्बों की