अनुनाद

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आर्याव्रत में मिस्टर के: ईस्वी सन २०१४ – गिरिराज किराडू

गिरिराज किराड़ू नामक हमारा साथी और प्रिय कवि कविता के इलाक़े में इतना धैर्यवान है कि हमारे धैर्य की परीक्षा लेने लगता है। बहुत प्रतीक्षा

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शैलजा पाठक की पांच कविताएं

शैलजा पाठक अब युवा कविता में एक सुपरिचित नाम हैं। बतकही का अंदाज़ और उसमें भरपूर नास्टेल्जिया के साथ आता, कभी-कभी अतिरेकी भी लगता भावसंसार 

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हल और हलंत के कवि: अष्टभुजा शुक्ल के कविता संग्रह पर आशीष मिश्र

इस समीक्षा का मूल रूप ‘पक्षधर’ में छपा है। यहां इसे संशोधन (समीक्षक के शब्दों में काफ़ी जोड़-घटाव)  के उपरान्त पुन:प्रकाशित किया जा रहा है। 

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शायक आलोक की दस कविताएं

शायक आलोक से मुलाक़ात का माध्यम फेसबुक है। इस नौजवान की कविता ने मुझे बहुत शुरूआत से अपनी ओर खींचा। अनुनाद पर पहली बार फेसबुक

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‘शक्तिपूजा’ और रामलीला – व्योमेश शुक्ल

निराला की लम्बी कविता ‘राम की शक्तिपूजा’ की नाट्य प्रस्तुति के लिए सुपरिचित युवा कवि व्योमेश शुक्ल और रंगमंडल ‘रूपवाणी’ इन दिनों चर्चा में है।

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वीरेन डंगवाल की कविताएं

     परिकल्पित कथालोकांतर काव्य-नाटिका नौरात,शिवदास और सिरी भोग वगैरह   (दिवंगत अग्रजों शैलेश मटियानी और गिरीश तिवाड़ी ‘गिर्दा’ को किंचित क्षमा-याचना के साथ याद करते हुए, सादर)

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