बिक्रम के पद – मृत्युंजय
बिक्रम के ये पद मृत्युंजय के मुख से प्रकट हुए हैं। मृत्युंजय वामदिशा वाले सक्रिय साहित्यकर्मी हैं। कविताएं लिखते हैं, आलोचक
बिक्रम के ये पद मृत्युंजय के मुख से प्रकट हुए हैं। मृत्युंजय वामदिशा वाले सक्रिय साहित्यकर्मी हैं। कविताएं लिखते हैं, आलोचक
आमतौर पर रोजमर्रा के व्यवहार में तितलियों को आसानी से पहुँच बना सकने वाली मनमौजी स्त्रियों के तौर पर लिया जाता है
असद ज़ैदी आज के दिन हमारे प्रिय अग्रज कवि असद ज़ैदी की यह कविता अनुनाद के पाठकों के लिए…साथ ही परिकल्पना
फेसबुक से इन दिनों साहित्य की दुनिया में आवाजाही बढ़ी है। अनुनाद ने फेसबुक से कुछ प्रस्तुतियां की हैं..अब उसी दुनिया
नीलोत्पल नीलोत्पल की कविता का अनुनाद को इंतज़ार था। तीन साल पहले मेरा ध्यान उनकी कविता की ओर गया। ये कविताएं
नाज़िम हिकमत(1902 – 1963 ) उम्मीद मैं कवितायेँ लिखता हूँ पर उनको कोई
देवीप्रसाद मिश्र का लेखन समकालीन हिंदी संसार की एक उपलब्धि है। उनके यहां काव्यभाषा का गद्य में घुल जाना कविता को
यादवेन्द्र जी अनुनाद के सच्चे संगी-साथी हैं। उन्होंने विश्वकविता से कुछ बहुत शानदार अुनुवाद अनुनाद को दिए हैं। वे अनुनाद के
बहुत प्रसन्नता और सन्तोष का विषय है कि हमारे प्रिय कवि-आलोचक पंकज चतुर्वेदी कोई साल भर के विराम के बाद ब्लाग
दोस्त रिजवानउस लड़की का क्याजो कर आई थी मुंह कालासुबह के उजास में ? भाई, वह है अबतीन बच्चों की अम्मातीन