मृत्युंजय की कविता – कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी*मेरा शरीर एक देश हैसागर से अम्बर तक, पानी से पृथ्वी तकअनुभव जठराग्नि के खेत में झुकी हुई गेहूं की बाली
कीमोथेरेपी*मेरा शरीर एक देश हैसागर से अम्बर तक, पानी से पृथ्वी तकअनुभव जठराग्नि के खेत में झुकी हुई गेहूं की बाली
क़ालीन गर्व की तरह होता है इसका बिछा होना छुप जाती है बहुत सारी गंदगी इसके नीचे आने वाले को दिखती
अभी कई दिनों बाद आलोक जी का फोन आया। पिछली कई बातचीतों में मैं उन्हें छूटी हुई कविता की दुहाई दिया
आंख के बेहद ज़रूरी अन्दरूनी हिस्से मेये एक शहर हैजो कभी कभी एक दर्द भी हैरीढ़ का..यहांभयानक काले दिन के बादएक
एक क़स्बे मेंबिग बाज़ार की भव्यतम उपस्थिति के बावजूद वह अब तक बची आटे की एक चक्की चलाता हैबारह सौ रुपए
पंडिज्जी ने कहा तो कहा मगर रहने दो इस खेत को पूजापाठ की सूई निकाल नहीं पाती कलेजे का हर कांटा
चन्द्रकांत देवताले की कविता माँ के लिए संभव नहीं होगी मुझसे कविता अमर चींटियों का एक दस्ता मेरे मस्तिष्क में रेंगता
इंडोनेशिया की नयी पीढ़ी के सबसे चर्चित कवियों में शुमार किये जाते हैं एगुस सर्जोनो.देश की सांस्कृतिक हलचलों के केंद्र बांडुंग
आतो रीनी कास्तिलो(1934 -1967) दक्षिण अमेरिका के देश गुआटेमाला के महत्वपूर्ण क्रांतिकारी और कवि हैं. अपने स्कूली जीवन में ही राजनीति
तुम्हें भूल जाना होगा समुद्र की मित्रता और जाड़े के दिनों को जिन्हें छल्ले की तरह अँगुली में पहनकर तुमने हवा