ईरानी कवि माजिद नफ़ीसी की कविताओं का सिलसिला/ पहली किस्त : प्रस्तुति : यादवेन्द्र
ईरानी समाज के बारे में कहा जाता है कि कविता वहाँ भद्र जनों के जीवन का ही हिस्सा नहीं है बल्कि आम आदमी अपने दैनिक
ईरानी समाज के बारे में कहा जाता है कि कविता वहाँ भद्र जनों के जीवन का ही हिस्सा नहीं है बल्कि आम आदमी अपने दैनिक
युवा घंटी बजाकर आपके दरवाज़े के सामने जो उदग्र युवा कान से मोबाइल सटाए हुए मुस्करा रहा है वह मूलत: इंजीनियर है ऐश्वर्य के जगमगाते
विशाल श्रीवास्तव की कविताएँ विशाल महत्वपूर्ण युवा कवि हैं। उन्हें 2005 का `अंकुर मिश्र कविता पुरस्कार´ मिला है। उनकी कविताएँ संवेदना के स्तर एक अजब-सी
विजयशंकर चतुर्वेदी की कविता पुस्तक पृथ्वी के लिए तो रुको के प्रकाशन की सूचना मैं पहले ही अनुनाद पर लगा चुका हूं। सूचना लगाते हुए
पिछली पोस्ट से जारी… कुछ और हाइकू 1.मैं चाहता हूंकि हर साल शुरू होतो शुरू हो शनिवार से 2.ऐसा कोई आह्लाद नहींजो ज़्यादा आह्लादकारी कोआह्लाद
अंग्रेज़ी साहित्यिक दुनिया में भले ही मारिओ बेनेदेती को उतना न जाना जाता हो पर लैटिन अमरीका के साहित्यिक जगत में उन्हें सदी के खूब
आजकल नागार्जुन, त्रिलोचन और केदारनाथ अग्रवाल (नाथ और अग्रवाल इसलिए कि अब कुछ लोग केदार का तात्पर्य सिर्फ़ केदारनाथ सिंह लगाते हैं) की कोई परम्परा
हरीशचंद्र पाण्डे की कविताएँ अनुनाद के पन्ने पर टीप – हरीशचंद्र पाण्डे हिंदी कविता के एक सीधे-सादे और सच्चे नागरिक हैं, इतने कि उनकी सरलता
अशोक पांडे की कविताएँ अनुनाद के पन्ने पर टीप – अशोक पांडे अन्य भाषाओँ से हिंदी में होने वाले अनुवाद की दुनिया का एक सुपरिचित
राजेन्द्र कैड़ा की कविताएँ अनुनाद के पन्ने पर टीप : राजेन्द्र बिना शीर्षक की कविताएँ लिखते हैं, जिनमें एक प्रबल भावावेग निरन्तर जारी रहता है।