अनुभव की प्रयोगशाला में आवाजाही का कवि : पवन करण -महेश कटारे
फेसबुक पर आज संयोगवश अग्रज कवि पवन करण की दीवाल पर प्रख्यात कथाकार महेश कटारे का यह चकित कर देने वाला
फेसबुक पर आज संयोगवश अग्रज कवि पवन करण की दीवाल पर प्रख्यात कथाकार महेश कटारे का यह चकित कर देने वाला
विस्थापन और ‘आत्म’बोध की दूसरी कथा अपनों में नहीं रह पाने का गीत उन्होंने मुझे इतना सताया कि मैं उनकी दुनिया
केशव तिवारी मेरे बहुत प्रिय कवि हैं, जिनकी कविता के महत्व पर बातचीत मुझे हमेशा हमारी आज की कविता के हित
नाज़िम ने कहा था कि ”मैं कविता के भविष्य पर विश्वास करता हूँ. ऐसे कई रहस्य हैं, जो लोगों को अभी
शमशेर बहादुर सिंह के बाद विनोद कुमार शुक्ल ही एक ऐसे कवि हैं, जिनकी कविता को पढ़ते हुए मैं अचानक ख़ुद
शेरदा अनपढ़ की कविता पर अनिल कार्की की लम्बी टिप्पणी हम कितने आशावान और कितने निश्चित हैं अपने आने वाले दिनों को लेकर?
अस्वीकार की अनन्य -गिरिराज किराडू देवी प्रसाद मिश्र इंद्र, आप यहाँ से जाएँ तो पानी बरसे मारूत, आप यहाँ से कूच
कवि की तस्वीर रविवार से साभार गिरिराज किराड़ू ने अपने स्तम्भ की दूसरी कविता के रूप में विनोद कुमार शुक्ल की
सल्वादोर डाली : गूगल इमेज से साभार नवीन सागर की कविता उनके प्रस्थान के बाद भी बची हुई है, बची रहेगी।