अनुनाद

कविता

सहूलियात के विरुद्ध अदावतों के इलाक़ों में – विष्‍णु खरे (दूसरे स्‍मृति-दिवस पर विशेष) – सौजन्‍य : कुमार अम्‍बुज

विष्‍णु खरे की दूसरी पुण्‍यतिथि है। किसी भी दौर में भाषा और समाज की कविता समग्रता में केवल एक कवि की

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तब केवल उम्मीदों में होते हैं बीज और बारिश – राकेश मिश्र की कविताऍं

राकेश मिश्र जी की कविताओं में गाँव है, वहां की पगडंडी है, प्रकृति है, प्रेम है, आम आदमी और मेहनतकशों के प्रति गहरी संवेदना

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पाब्लो नेरूदा और बेंजामिन प्रादो की कविताऍं – मूल स्‍पैनिश से अनुवाद : मंजू यादव

मंजू यादव हैदराबाद में विदेशी भाषा विश्‍वविद्यालय से स्‍पैनिश में परास्‍नातक कर रही हैं। अनुनाद ने उनसे स्‍पैनिश मूल से कुछ

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जो कुछ है बेतरतीब मेरा – तस्‍लीमा नसरीन की तीन कविताऍं : अनुवाद – सुलोचना वर्मा

विख्‍यात बॉंग्‍ला लेखिका तस्‍लीमा नसरीन का आज जन्‍मदिन है। इस अवसर पर हम उनकी तीन कविताऍं बधाई और शुभकामनाओं के साथ

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