अनुनाद

अनुनाद

कथेतर गद्य

प्रेमपत्र – नवीन रमण

हिंदी की कथा और कविता,दोनों में, प्रेमपत्र बहुत दिव्य किस्म की भावुकता का शिकार पद है। कहना न होगा कि प्रेमपत्र

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विद्रोही के साथ चलना हर किसी के लिए आसान नहीं है – प्रणय कृष्ण

“नाम है-रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’। ज़िला सुल्‍तानपुर के मूल निवासी। नाटा कद, दुबली काठी, सांवला रंग, उम्र लगभग 50 के आसपास, चेहरा

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10वां विश्व हिंदी सम्मलेन(एक छात्र प्रतिभागी के नोट्स) – शिव त्रिपाठी

                               1०वाँ विश्व हिंदी सम्मलेन का आयोजन 10-12 सितम्बर 2015 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संपन्न हुआ वैश्विक

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क्या तुम मेरे ऊपर व्यंग्य कर रहे हो? नहीं मैं तुम्हें गाली दे रहा हूं : पंकज मिश्र

हमारे वक़्त के ये यक्ष-युधिष्ठिर संवाद, जिन्हें इन्हीं में से चुराकर मैंने ऊपर एक शीर्षक दे दिया है। यक्ष पूछता है

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